Wednesday, June 22, 2011

Road Digging

                                                             
कानपुर की हालत इस समय बहुत खस्ता हाल है.गहरी सीवर लाइन डालने के लिए नगर निगम ने ने लगभग  हर सड़क खोद डाली है.तो इस स्थिति का फायदा उठाकर एक हॉस्पिटल ने एक विज्ञापन दिया है..
(Based on song-'आस पास है खुदा' Movie-'अनजाना अनजानी')

उछला जाये जो बन्दे रे,
एक पल को तू नज़र झुका,
टूट जाये कमर जहाँ वहीँ,
मिलता है टूटा रास्ता,
तेरी किस्मत तू बदल दे,
इस रस्ते पर गर चल दे,
सुन राही,मेरी होर्डिंग के हैं निशां,
तू न जाने आस पास है खुदा........(हर सड़क खुदी पड़ी है)

राह पे डाल तू नज़र,
गड्ढों से हारकर, कहाँ चला रे,
कूड़ा ईंट कंकड़ों को, 
तोड़ता तू रोंदता, फिर गिरा रे, 
तू अपने खून के रंग से,
इस रोड को रंग दे,
अपने हर अंग-अंग से,
खून बहा तो क्या,
जब होगा अँधेरा,
तब पायेगा bed मेरा,
उस bed पे फिर होगी हर सुबह ,   

तू न जाने आस पास है खुदा........

मिट जाते हैं,
सबके निशां,
बस एक वो मिटता नहीं है,
मान ले जो हर मुश्किल को,
मर्ज़ी मेरी,
हो हमसफ़र न तेरा जब कोई,
तू हो जहाँ, रहूँगा मैं वही,
तुझसे कभी न एक पल भी मैं जुदा,

तू न जाने आस पास है खुदा........

Sunday, June 19, 2011

Nano कार

                                                              
Nano  कार के लिए-
(Basedon  song 'जब से मेरे नैना तेरे नैनो से लागे रे' Movie'सांवरिया')


जब से मेरे नैना तेरी नैनो पे लागे रे,
जब पडोसी कार हुआ,मैं तो बेकार हुआ,
बाइक भी साईकिल लागे रे--२

जब से हुआ है कार का जमाना,तब से बढ़ी हैं मंहगाईयाँ,
तब से बढ़ी मजबूरियां,तब से लड़े हैं बीबी-मियां,

जो तुझे लेकर, हर कोई अब-अब भागे रे,
जब पडोसी कार हुआ,मैं तो बेकार हुआ,
बाइक भी साईकिल लागे रे--२
           

हनुमान जी की गदा

                                                           
हनुमान जी राक्षसों से युद्ध कर रहे हैं,तो युद्ध-क्षेत्र का दृश्य-
(Based on song -'Ada' movie-'Garam Masala')

राक्षस-गदा आय हाय गदा,कातिलाना गदा मार डाले न,  
           गदा आय हाय गदा,होश उड़ाए गदा मार डाले न,
           आये थे लड़ने हुए,कई लापता,

हनुमान जी-तू कहे तो मैं तेरी आँखों को फोड़ दूं,
                   तेरे घुटनों को तोड़ दूं,
                   कह दे ज़रा..
                 
                   तू कहे तो मैं तेरा चेहरा बिगाड दूं,
                   तेरी मूंछें उखाड लूं,            
                   कहता है क्या,
                  जाओ यहाँ से नहीं तो मरो खामखाँ,
      
                 
राक्षस-गदा आय हाय गदा,कातिलाना गदा मार डाले न,  
           गदा आय हाय गदा,होश उड़ाए गदा मार डाले न,
           आये थे लड़ने हुए,कई लापता,                   

Saturday, June 18, 2011

आकाश रस-वाणी

करने को बंद दहेज़ हत्या,अब हमारा जाप है |
दुल्हन ही दहेज़ है,और दहेज़ लेना पाप है ||

आज करे सो कल क्यों नहीं किया,कल कर रहे थे मौज |
करते-धरते कुछ नहीं,सोने की प्रेक्टिस करते हो रोज़ ||

आकाश गन्ना रस यों पिया,लेना पड़ा उधार |
खर्चा-वर्चा बढ़ गया,जो मैं पड़ा बीमार || 

हिंदी बड़ी धुरंधर भाषा,सर खपा कर हर कोई चीखे |
लोग पढ़ाते है अंग्रेजी,पर कहें अंग्रेजी बोल-ना सीखें ||

बाब रामदेवजी से-

बाबा बैर न लीजिये,कांग्रेस,मंत्री,सरकार,
जब-जब कोशिश जो करे,तब पड़े फटकार,
पैसों की भूलभुलैया में,दब गयी ललकार,
अन्ना,जनता,रामदेव,सब हुए बेकार,
कहत आकाश सुनो सन्यासी,बढे है भ्रष्टाचार,
इनसे  बैर जो तुम करियो,पड़िये पुलिस की मार ||  

       

Sunday, June 12, 2011

अंतिम-संस्कार

'क्या अभी भी बुखार उतना ही है?
'हाँ, अभी भी उतना ही है | क्या हम किसी डॉक्टर को नहीं बुला सकते?'
'शायद बुला सकते अगर हमारे पास पैसे होते |'

   एक गाँव का एक पुराना सा घर है, मिटटी का बना हुआ | वहाँ एक कमरे में चारपाई पर एक वृद्धा लेती हुई है बीमार सी | मरियल सी दिख रही है | वह काफी तेज़ बुखार से ताप रही है | समीप ही उसका पुत्र लक्ष्मीकांत खड़ा हुआ है.वृद्धा के सिरहाने लक्ष्मीकांत की पत्नी सौदामिनी बैठी है.शांत चिन्तायुक्त वातावरण  .सभी के चेहरे पर परेशानी.|वृद्धा कुछ अचेत सी है.

सौदामिनी ने व्यग्रता से पूछा,"क्या हमें कुछ उधार मिल सकता है?" 
लक्ष्मीकांत ने धीमी आवाज में जवाब दिया,"अभी पुराना ही नहीं चुकाया है,नया कौन देगा?"
"डॉक्टर से यह क्यों नहीं कह देते कि पैसे हम बाद में दे देंगे अभी तो सिर्फ इलाज कर दें."
"कोशिश करके देखता हूँ"

इतना कहकर लक्ष्मीकांत तीव्रता से निकल गया.आस-पास भी खबर हो गयी.कई औरतें घर में जमा हो गयीं.वृद्धा की स्थिति वैसी ही बनी हुई है.सभी सौदामिनी को ढांढस  बंधा रहे हैं.किसी के चेहरे पर दया तो किसी के चेहरे पर लाचारी है की मैं कुछ नहीं कर सकता.माहौल चाहें कुछ भी हो अगर लोग जमा हैं तो बातचीत तो होगी ही.यहाँ भी वही रिवाज़ निभाया जा रहा था.
       एक ने चिन्तायुक्त वाणी में कहा,"हमरा तो जी बड़ो ख़राब हो रहो है.घर से निकलत समय ही बिल्लिवा रस्ता काट गयी राहे.हिन् पे आके ओखा फल मिल ही गओ."

"ई तो बड़ा बुरा भओ. बिल्ली रस्ता काट जाये तो कुछ न कुछ बुरो होवत ही है."
"अरे कल्ले ही हम इनके घर के पास ही कुत्त्वा को रोवत सुना राहे.कुत्त्वा को यमराज दिखत हैं."
"इनके बचें की उम्मीद बड़ी कम है."

                        सौदामिनी से ये सब सुना न जा रहा था.वह पट्टी का पानी लाने के बहाने अन्दर गयी.फिर अन्दर जाकर खूब रोयी.थोड़ी देर बाद पानी की पट्टी और पानी का कटोरा लेकर वापस आई.उसने थोड़ी आशा से वृद्धा के सर पर हाथ रखा और पूछा,"अम्मा...".इसके आगे के लफ्ज़ उसके आंसुओं में डूब गए.इस मार्मिक दृश्य से कई स्त्रियों के आँखों में भी आंसू आ गए.परन्तु वृद्धा तो अचेत थी.वह कुछ न बोली.
                        एक स्त्री ने सलाह दी,"सुनो,अइस करौ एक लोटवा मा पानी भरकर नज़र उतारि दो.छः सीध और एक उल्टा चक्कर उतारकर पानी फेंकि आवौ.लौतम समय पीछे न दिखियो."
                         दुःख से घिरा व्यक्ति आशा की एक किरण से बी रास्ता खोजता है.बस किसी तरह संकट टेल.वह तिनके के सहारे से भी डूबने से बचाना चाहता है.कुछ ऐसी ही दशा सौदामिनी की भी थी.वह झट से गयी और नज़र उतारने का प्रबंध करने  लगी.
                         उसने नज़र उतारी.उसे कुछ आशा बंधी,लेकिन वृद्धा की दशा वैसी ही थी.तभी लक्ष्मीकांत डॉक्टर को लेकर आ गया.डॉक्टर ने आते ही वृद्धा को हिलाया.'अम्मा..' कोई जवाब नहीं.उसने देखा वृद्धा बेहोश है.उसने पानी की छींटें मुंह पर मारी.वृद्धा को होश आ गया लेकिन इस सचेतावस्था और उस अचेतावस्था में ज्यादा फर्क नहीं था.डॉक्टर ने नब्ज़ टटोली .कुछ सोचा और एक इंजेक्शन लगा दिया. फिर उठकर बोला,"मैंने इंजेक्शन लगा दिया है.कुछ देर में होश आ जाये तो मुझे बुला लेना."
                         इतना कहते समय डॉक्टर को जरा भी दुःख न था.दुखी वातावरण में उसका हृदय द्रवित न हुआ था.वह उठाकर बाहर चला गया.लक्ष्मीकांत उसे छोड़ने बहार तक गया.डॉक्टर जाते लगा फिर कुछ रुका जैसे कुछ भूल गया हो.उसने कहा,"और हाँ मेरी फीस कल तक जरूर दे देना."
                         दुखी लक्ष्मीकांत का दुःख और बढ गया.वह उदास सा घर के अन्दर आया.अन्दर का वातावरण पूरी तरह शांत,दुखी और बोझिल था.सुअदामिनी रो रही थी और कुछ महिलाएं भी.लक्ष्मीकांत क़िसी  तरह अपने आंसू रोके हुए था.वह अपनी माँ  के साथ बिताये बीते दिन याद कर रहा था.
                       मातृत्वमयी  और  ममत्वमयी  स्नेह  के बादलों  ने आकर उसके  मन को ढँक लिया । इन बादलों ने संसार भर के दुखों की धूप  से उसे   बचा लिया ।  अब वह ममता की ठंडी छाँव में है । मातृस्नेह कि ठंडी पवनो ने उसकी आत्मा को शीतल कर दिया है ।  भीषण धूप संसार भर को जलाती फिरती थी , हवा के हलके जलकणो से मात  खा गयी । अब बादल आये हैं तो बारिश तो होगी  ही । सो लक्मीकांत के आँखों से भी आँसुओ की  धारा बह निकली । अक्सर हम चींजों का अस्तित्व तब तक नही समझते जब तक वो अस्तित्व में रहने लायक न बचें । आज लक्मीकांत को अपनी माँ के अस्तित्व का पता चला । जिस पेड़ कि छाँव में उसने अब तक जिंदगी कि घनी धूप से अपनी रक्षा कि थी ,जिसकी शाखाओं पर चढ़कर ,जिसकी पत्तियां खाकर  जीवन आरम्भ किया था ,जिसकी गोद में टिककर अपनी रात कटी थी,जिससे लिपटकर अपने दर्द बयां किया , वो पेड़ आज काल की आंधी से ढहने वाला था । आज वह अनाथ  जायेगा ।
                      वैसे मर्द भावनात्मक रूप से मजबूत समझे जाते है, रोना तो स्त्रियों का काम है । मर्द तो खुद को समझा लेते है । लेकिन बच्चों पर कोई प्रतिबंध नहीं है । बच्चे तो कभी भी रो सकते है । दुनियाँ कि नज़रो में लक्मीकांत मर्द हे ,लेकिन माँ  की नज़रों में वह बच्चा ही है । वह रो रहा है , दुनियां  के लिए नहीं अपनी माँ के लिए , जैसे वह बचपन में रोता था जब माँ उससे दूर जाती थी ,जैसे आज दूर  जा जा रही है । उसके दो भगवान थे, एक धरती पर एक आसमान पर । आज दोनों भगवान एक होने जा रहे थे ।  धरती पर वो अनाथ हो गया था ।
                     अचानक वृद्धा के स्वर्ग सिधारने कि खबर आ गयी । कुछ लोगो के आंसू वृद्धा के लिए निकल पड़े तो कुछ लोगो के उस मार्मिक दृश्य को देखकर । सौदमिनी भी रो रही थी और लक्मीकांत भी । तभी किसी ने लक्मीकांत को बुलाकर कहा,"अंतिम संस्कार का कुछ इंतज़ाम करो । रूपए हो तो अभी मै पंडा से बात कर के आता हूँ । जल्दी करो ।"  लक्मीकांत का शोक चिंता में बदल गया । घर में पैसा नही, कोई उधार देगा नही । उसने सोचा -क्या उसकी माँ को स्वर्ग नही है जाने का अधिकार और क्या उससे नही है दुखी होने का अधिकार । 




The Great Khali VS Mark Henry

           


                                                          
The Great Khali Mark Henry से कहते हैं-
(Based on song-"Peelon" movie-"Once Upon Time In Mumbai") 


पीटूं,तेरे काले-काले गालों को हरदम,
पीटूं,तेरे मोटे-मोटे पैरों को हरदम,
पीटूं,है पीटने का मौसम,
कि तेरे संग एक मक्कारी है,
कि तेरे संग एक खूँखारी है,
कि तेरे संग बेचैनी मुझको,
कि तेरे संग मारामारी है,
तेरे संग जी नहीं लगता,
तेरे संग जी नहीं सकता,
तुझसे हैं हारे मैंने सारे वो जुआं,

शाम को जो मारे तू मुझे,
तो मेरी सुबह क्यों कुछ ज्यादा कराहती है ये,
हर लम्हा हर घडी हर पहर,
मेरी नसों में आके ये दर्द बढाती है ये,

तोडूँ तेरे पीले-पीले दातों को हरदम,
मोडूँ तेरे भारी-भारी घुटनों को हरदम,
फोडूं है फोड़ने का मौसम,


कि तेरे संग अब बेकारी है,
कि तेरे संग हर बीमारी है,
कि तेरे संग फ़्लू भी है मुझको,
कि तेरे संग हम भिखारी हैं,
तेरे संग जी नहीं लगता,
तेरे संग जी नहीं सकता,
तुझसे हैं हारे मैंने सारे वो जुआं, 

Friday, June 3, 2011

दबंग

एक दबंग Hotel में खाना खाने गया.जब वह खाना खा चूका तो वेटर आया और उसे बिल दे दिया.वह वेटर बोला (Based  on "दिल दे दिया है,जान तुम्हें देंगे, दगा नहीं करेंगे *Movie :मस्ती "

बिल दे दिया है,पैसे ले लेंगे,
जाने नहीं देंगे तुम्हें हम.      
बिल दे दिया है,पैसे ले लेंगे,
जाने नहीं देंगे तुम्हें हम.
मैगी की कसम यारा मैगी की कसम 
 बिल दे दिया है,पैसे ले लेंगे,
जाने नहीं देंगे तुम्हें हम. 

दबंग: आवारगी में खा गया मैं खाना,
         बिल था मुझे नहीं चुकाना,
         जाओ नहीं तो तुम मारे जाओगे,
         साथ में दो-तीन थप्पड़ फ्री में खाओगे,
         बिल ले लेंगे पैसे नहीं देंगे, 
         देंखें क्या कर लोगे तुम, 
         बिल ले लिया है,पैसे नहीं देंगे, 
         देंखे क्या कर लोगे तुम.
         मैगी की कसम यारा मैगी की कसम, 

Monday, May 9, 2011

विद्वत्ता

             शुक्ल साहब एक बड़े विद्वान हैं.इन्हें  संस्कृत,हिंदी और अंग्रेजी तीनों भाषाओं पर प्रबल पकड़ है.गीता.श्रीरामचरित मानस आदि ग्रन्थ इन्हें कंठस्थ हैं.लोगों को इनके स्वर्ग प्राप्ति पर कोई संदेह नहीं है.ये प्रायः अपने एकांत कमरे में अध्ययन किया करते हैं अथवा टेलीविजन पर आध्यात्मिक प्रोग्राम देखा करते हैं.
             आज भी ये टेलीविजन पर गीता प्रवचन सुन रहे थे की उनके पुत्र ने उन्हें वकील साहब के आने  की खबर दी.इन्होंने वकील साहब को अन्दर बुलवा लिया.वकील साहब ने आकर इन्हे बताया कि इनके भाई ने उनपर अपनी जमीन हडपने का आरोप लगाकर मुक़दमा दायर कर दिया है,यह सुनते ही शुक्ल जी का चेहरा गुस्से से तमतमा जाता है.वे लाल-पीले हो कर कहते हैं,"मैं उन सबको फूटी कौड़ी भी न दूंगा.यह सब मेरा है.चलिए मेरा साथ,मैं उन सबको देखता हूँ ."
यह कहकर वह कमरे से बाहर निकल आते हैं.वकील भी उनके पीछे-पीछे चला जाता है.कमरे में टेलीविजन चालू है और उस पर बताया जा रहा है-

"ईशावास्यमिदं सर्वं,यत्किंचजगत्यां जगत |
 तें त्यक्तेन भंजीथा, मा गृधः कस्यस्विधनम ||"   

अर्थात इस चराचर जगत में जो कुछ भी है, वो ईश्वर से ही व्याप्त है,अतः प्रत्येक वस्तु का त्यागपूर्वक भोग करें,किसी के धन का लोभ न करें.                         

Problem of Power Cut

Problem of electricity (Based on 'ज़िन्दगी ने ज़िन्दगी भर गम दिए' Movie -The Train)

बत्ती ने जिंदगी भर गम दिए,
जितने भी मौसम दिए सब कम दिए, 
बत्ती ने जिंदगी भर गम दिए,
जितने भी मौसम दिए सब कम दिए, 

जब तडपाती है कभी सड़ी गर्मी,
खून के आंसूं रुला दे बत्ती, --2 
ले कर फिर करना क्या मुझको ऐसी बत्ती,
रह रह कर ये power cut  किये,
बत्ती ने जिंदगी भर गम दिए,
जितने भी मौसम दिए सब कम दिए, 

एक मुकम्मल कशमकश है बत्ती,
इसने हमसे की कभी न दोस्ती,
जब मिली मुझको voltage कम दे गयी,
complain कर-कर के हम थके,
बत्ती ने जिंदगी भर गम दिए,
जितने भी मौसम दिए सब कम दिए, 
     

जल ही जीवन है





ये जीवन है,
इस जीवन का यही है यही है यही है रंग रूप   
 ये जीवन है,
इस जीवन का यही है यही है यही है रंग रूप

Wednesday, May 4, 2011

आरती आकाश तिवारी की

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,
गले में बैगन की माला,
उससे निकले है जाला,
चाँद को कर दिया है काला,
जहाँ चले जाएँ,लुटिया डुबायें,
भ्रमित छवि परम जुगाड़ी की,

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,

हैं बहुत बड़े फेंकू,बाज रहा घंटाघर भोंपू,
कानपूर स्वच्छता के लोपू,
मैच देखने जाएँ,तो India हरा आयें,
अमर कथा सब पर भारी की

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,

कभी न करें हैं ये कंघा,मनी से लेते हैं पंगा,
स्मरण से होत काम भंगा,
साईकिल जब चलायें,car से भिड्वाएं,
सरकारी symbol of बेकारी की,

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,

जहाँ कहीं जावें, सत्यानाश करा आवें,
पूरियां बिलकुल न खावैं,
जिसके हैं ज्ञाता,उसमें कुछ नहीं आता,
नोट चलातें है जाली,

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,

हैं बड़े भ्रष्टाचारी, दुश्मन हैं अन्ना हजारी,
सूचना जनहित में जारी,
खाना जब खाएं,आधा गिराएँ,
हवा निकले हर गाडी की,

आरती आकाश तिवारी की,S. Tendulkar के पुजारी की,

    

पत्नी-पीड़ित Part 2

पत्नी-पीड़ित Part 2
Based  on -तुम मिले(Movie तुम मिले) 

तू ही मेरी है सारी गमी,
चाहें कहीं से चलो,मुझपे ही आके रुको,
तेरे बिना मैं जाऊं जहाँ,कोई भी रह चुनो,
मुझपे ही आके रुको,

तुमे मिले तो थप्पड़ पड गए,
तुमे मिले तो बाल झड गए,
तुमे मिले तो मुस्कराना खो गया,

तुमे मिले तो जादू छा गया, 
तुमे मिले तो रोना आ गया,
तुमे मिले तो मैंने पाया है दमा,


तुझसे किनारा छिने,
जीने का सहारा छिने, 
है सजा ये किस श्राप की,

तुझ संग अधूरा हूँ मैं,
तेरे संग जमूरा हूँ मैं,
धड़कन मेरी है थाम दी,

तुम मिले तो हाथी उड़ गए,
तुमे मिले तो पंक्षी गिर गए,
तुमे मिले तो चूहा बना है राजा,....

तुमे मिले तो जादू छा गया, 
तुमे मिले तो रोना आ गया,
तुमे मिले तो मैंने पाया है दमा,

मेरी तरफ ही मुड़े,मेरी सास मुझसे लड़े,
है वक़्त तेरे हाथ में,
तुने ही हाथ तोड़े,तुने ही सर हैं फोड़े,
है शनि तेरे हाथ में,

तुमे मिले तो साईकिल गिर पड़ी,
तुमे मिले तो खो गयी घडी,
तुमे मिले तो मैंने पाई है सजा,

तुमे मिले तो जादू छा गया,
तुमे मिले तो रोना आ गया,
तुमे मिले तो मैंने पाया है दमा,

कैपरी महिमा

कैपरी का शौक़ीन कैपरी से-
(Based on song 'आफरीन तेरा चेहरा')  

कैपरी तेरा मोहरा,                   
कैपरी तेरे धागे,
कैपरी तेरा मंजर,
कैपरी तेरी  बातें,

तुझको सिलाना है,चांहें जो हो,
खर्चा बढ़ाना है,चांहें जो हो,

कैपरी.....

मेरी तमन्ना है,तेरा बसेरा हो,
मेरी अटैची में,
कहीं भी जाके भी,पैंट लाके भी,
काटूँगा  कैंची से,
मेरी टांग तलक तू समाई है,
ऐसी तेरी लम्बाई है,
पहनना चाहूं तुझे हर लम्हा,
इसीलिए तू सिलवाई है,

कैपरी तेरा मोहरा,
कैपरी तेरे धागे,
कैपरी तेरा मंजर,
कैपरी तेरी  बातें,

तुझको सिलाना है,चांहें जो हो,
खर्चा बढ़ाना है,चांहें जो हो,

Wednesday, October 6, 2010

सुरेश कलमाड़ी की भावनाएं

                                                                                
सुरेश कलमाड़ी   guest countries के officers से-
(Based on song="Jannat hai sajai maine tere liye(Atif Aslam)") 

जागा-जागा सोया ना मैं सारा साल,तेरे लिए,
धीरे-धीरे पार किया है माल,तेरे लिए,
अंखियाँ बिछायी मैंने,तेरे लिए,
भिखारिन है भगाई मैंने,तेरे लिए, 

दिल्ली है सजाई मैंने तेरे लिए,
money है बहाई मैंने तेरे लिए--2
झूमूं मैं host बनके तेरे लिए,
की है तैयारी मैंने तेरे लिए,
हो ना कभी तू  खफा,

भीगी भीगी रात में,
लेकर के worker  साथ में,
stadium को गए थे  हम,
गड्ढे कुछ करने थे कम,
जरा साथ तू आ मेरे,
stadium देखने चलते हैं,
थोड़ा rest मिल जायेगा,
जहाँ खिलाड़ी खेलते हैं,
तेरे लिए,
झूमूं मैं host बनके तेरे लिए,
की है तैयारी मैंने तेरे लिए,
हो ना कभी तू  खफा,

बिखरीं मेरी टीमें है, उन सापों की तलाश में,
लम्हे डूबे मेरे हर पल, उस अहसास में,
कुछ सपेरे कहने लगे,
सापों को पकडूँगा मैं,
बीनों को बजाऊंगा,
पैसों को कमाऊंगा,
तेरे लिए,
झूमूं मैं host बनके तेरे लिए,
की है तैयारी मैंने तेरे लिए,
हो ना कभी तू  खफा,

 जागा-जागा सोया ना मैं सारा साल,तेरे लिए,
धीरे-धीरे पार किया है माल,तेरे लिए,
अंखियाँ बिछायी मैंने,तेरे लिए,
भिखारिन है भगाई मैंने,तेरे लिए, 

Tuesday, October 5, 2010

K.K. in wedding ceremony

                                                                           
K.K..It doesn't means Katreena kaif,Kareena Kapoor,Kailash Kher or Kishore Kumar.Actually full form of K.K. is KrishnaKumar Kunnath.He is a very very good singer.His voice is awesome.He sang many song like "Zindagi do pal ki(Kites)",
"Dil kyon ye mera shor kare(Kites)","Dil ibaadat kar raha hai(Tum Mile)" ---many beautiful songs.

एक दिन वे किसी शादी में गए,उनको भूख लगी तो वे भोजन की तरफ देख कर बोले-
(Based on song-"Dil kyon ye mera shor करे(Kites)")

पेट क्यों ये मेरा शोर करे,--2
इधर नहीं,उधर नहीं,तेरी ओर चले,

जरा देर मैं ये क्या हो गया,
भूख लग गयी,कहाँ खो गया,
भीड़ में लोगों की वो है वहां,
और food  के मेले  में भूखा कितना हूँ मैं यहाँ,
पेट क्यों ये मेरा शोर करे,--2
इधर नहीं,उधर नहीं,तेरी ओर चले,

फिर उन्होंने कुछ ज्यादा खा लिया.तो वे washroom की तरफ देख कर बोले-
शुरू हो गयी कहानी मेरी,
मेरे पेट ने बात ना मानी मेरी,
हद से भी ज्यादा ये खा ही गया,
खुद भी परेशान हुआ और मुझको भी ये कर गया,
पेट क्यों ये मेरा शोर करे,--2
इधर नहीं,उधर नहीं,तेरी ओर चले,

Yuvraaj-Laxman

                                                                   

एक T -20 match चल रहा था.लक्ष्मण और युवराज खेल रहे थे.युवराज six मारना चाहते थे लेकिन लक्ष्मण रोक लेते थे.तो युवराज कहते हैं.
(Based on song-"Zindagi do pal ki=Kites")

inning है बीस ओवर की-2
इंतज़ार कब तक हम करेंगे भला,
ball पार कब तक ना करेंगे भला,
inning है बीस ओवर की,-2

पैड में तुम्हारे छुपा दी है मैंने तो अपनी ये Cap ,
मार दूं छक्का क्योंकि लगता मुझे ये कि कम है Gap,
Boundary है 130 मीटर की,
इंतज़ार कब तक हम करेंगे भला,
ball पार कब तक ना करेंगे भला,
inning है बीस ओवर की,-2

एक छोटा सा छक्का इस चौके से पक्का है लक्ष्मण,
मारूं जिधर भी लगे हैं,उधर ही ये फील्डर,
short length  है दो पल की,
इंतज़ार कब तक हम करेंगे भला,
ball पार कब तक ना करेंगे भला,
inning है बीस ओवर की,-2     

Monday, October 4, 2010

Cena injured

                                                          
John Cena Randy Orton से RKO खाने के बाद-
(Based on song-"Rab na kare-Vaada Raha")
Cena -रब ना करे की ये ज़िन्दगी,
         कभी Randy से भिड़ा दे,
         किसी को सताए ना गन्दा Randy,
         मौला सबको दुआ दे,--2

         Hospitals में जो मैंने रातें गुजारी,
         गंदे Randy ने जो हड्डियाँ उतारीं,
         हम भी पड़े हैं उस bed पर,
         कोई हमको सधा दे,--2
         रब ना करे की ये ज़िन्दगी---

         सलामत रहूँ मुझे प्लास्टर ना लागे,
         मेरी कारण ये वार्डबॉय सारी रात जागे,
        चैन से मारूं Randy को,
        मारे ना मुझे आगे,
        रब ना करे की ये ज़िन्दगी---

एक कर्मचारी किसी सामान का बिल ले कर आता है,

Cena- कैसे चुकाऊँ तेरे अहसान मैं,
         रख दूं मैं गिरवी घर और मकान मैं,
         हर साँस मेरी नाम तेरे,
         रब मुझे कर्जा दे,
        
         रब ना करे की ये ज़िन्दगी,
         कभी Randy से भिड़ा दे,
         किसी को सताए ना गन्दा Randy,
         मौला सबको दुआ दे,--2

Appication of Parallelogram law of forces

एक Physics के teacher एक student से कहते हैं-
(Based on song-"Labon ko Labon pe sajao")
            
                                                                       
बलों को बलों पे सजाओ,
क्या है resultant हमें अब बताओ,--2

इन हल्के पिंडों पे,
हरे से टिंडों पे,
ये जो force  लगे से है,
north-south  की direction  में,
line  of action में,
ये जो force लगे से है,
tail से tail  मिलाओ,
मेरी ही तरह बनाओ,
जोड़ दो इसको तुम,
parallelogram rule से,बिल्कुल parallelogram rule से--------

बलों को बलों पे सजाओ,
क्या है resultant हमें अब बताओ,--2

Sunday, October 3, 2010

चनेवाला

एक आदमी एक चनेवाले के पास गया.वह कहने लगा-
(Based on song-"Aapki Kashish")

आदमी-आज की तपिश,होती नहीं रोज़ है,
           आज का चना क्यों गर्मजोर है,
           क्या कहें तुमसे चनेवाले,
           तेरी क्या पोज है,----

आदमी-तेरी जटाओं का जादू जो चल गया,
          दीवाना मैं हुआ चना भी जल गया,
          हल्का धुआँ उठा मौसम बदल गया,
          रोशन हुआ समां, पानी बरस  गया,

चनेवाला-जाना ये जाना ये मैंने जाना,
             तू चने का चने का दीवाना,

आदमी- ना तेरी खता, ना तेरा  दोष है,
             आज का चना क्यों गर्मजोर है,
             क्या कहें तुमसे चनेवाले,
             तेरी क्या पोज है,----

            डूबा रहूँ सदा,भीगी बरसातों में,
            उलझा रहूँ सदा,गणित के सवालों में,
            तेरे बिना कहीं अब ना डकार है,
            चनेवाले तुझपे तो एक हज़ार उधर हैं,

             वह आदमी उधर वापस ना करना पड़े इसलिए भागने लगा.

चनेवाला- भागा ये भागा ये है भागा,
               पैसे ना देने को है भागा,

आदमी- ना तेरी तथा, ना तेरा  जोर है,
             आज का चना क्यों गर्मजोर है,
             क्या कहें तुमसे चनेवाले,
             तेरी क्या पोज है,----

और वह आदमी भाग गया.चनेवाला हाथ मलता रह गया.

Saturday, October 2, 2010

Ricky Ponting scared

                                                                                                                   
Ricky Ponting batting करते समय .
(Based on song "Doorie(Atif)")

गेंदें--6
खेली जाये ना-4

बाउंसर ये मैं खेल ना सकूं,
देके सुर्रा मुझे तू दे जा सुकूँ.
गेंदें खेली जाये ना.

अधूरा हूँ मैं अब helmet बिना,
अधूरी मेरी पारी रह जायेगी,
गेंदें खेली जाये ना.

जाती कहाँ ये ना पाऊँ समझ,
भज्जी की फिरकी में जाता मैं हूँ उलझ.
गेंदें खेली जाये ना.

हर राह में fielder आये नज़र,
आखिरी ball तक करता रहता सबर,
गेंदें खेली जाये ना.

एक शराबी की भावनाएं.

                                                         
एक शराबी की पत्नी उसे छोड़कर चली गयी.उसका नाम रीना था.तो शराबी की भावनाएं.
(Based on song "wo haseena wo neelampari(Darde-e-disco)")

वो रीना वो छछुन्दरी,
ले गयी मेरी फटी दरी,
दारू इन हाथों से छीन ली है,
नाली पे लुटिया है धरी.
मैंने जाना वो आवारा
वो कर गयी मेरा सत्यानाश,
हाथ में मेरे है खाली गिलास,खाली गिलास......

बत्ती गुल थी,गर्मियों का मौसम था,
हमारे यहाँ कभी सर्दियों का मौसम था,
लम्हा-लम्हा मैंने भोजन की फरमाइश की,
लम्हा-लम्हा उसने थप्पड़ की आजमाइश की,
फिर गुस्सा मुझको भी आया,
मैंने मारने को हाथ उठाया,
हाथ पकड़ कर मोड़ दिया, पहुंचा दिया मुझे धोबीघाट,
हाथ में मेरे है खाली गिलास,खाली गिलास......

Thursday, September 30, 2010

Hinglish song

                                      

New version of song "Dil kyon ye mera shor kare(Kites)"

Heart क्यों ये मेरा noise kare,
Heart क्यों ये मेरा noise kare,
इधर नहीं,उधर नहीं,
towards you  चले,

small time में ये what हो गया,
eyes मिल गयीं,where खो गया,
crowd में people की वो है there ,
और love के fair में alone कितना हूँ मैं here, 
Heart क्यों ये मेरा noise kare,
Heart क्यों ये मेरा noise kare,
इधर नहीं,उधर नहीं,
towards you  चले,

start हो गयी कहानी मेरी,
मेरे heart ने बात,ना मानी मेरी,
limit से भी आगे ये,move कर ही गया,
himself भी embarras हुआ और मुझे भी ये कर गया,

Heart क्यों ये मेरा noise kare,
Heart क्यों ये मेरा noise kare,
इधर नहीं,उधर नहीं,
towards you  चले,

T.V. वंदना

                                                                                  



John Logie Baird has invented Television.
(Based on song "Jiya Dhadak Dhadak jaaye")

तुझे देख देख पढ़ना,
तुझे देख कर है लिखना,
मुझे ये जिंदगानी,
देख तुझे बितानी,
तुझने दिखाई मुझे T-20, हाय,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक, जाए.

ऐसा क्यों लगता मुझे,
बेयर्ड से पहले जानूं तुझे,
मेरे घर में आके,
मेरा मन बहलाके,
तूने किया अहसान, हाय,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक, जाए,

रहते हैं दिल में मेरे,
प्रोग्राम कई अनदेखे,

इनको मुझे दिखलाके,
मेरा कष्ट मिटाके,
तूने लौटाई मेरी जान, हाय,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक, जाए,

तुझे देख देख पढ़ना,
तुझे देख कर है लिखना,
मुझे ये जिंदगानी,
देख तुझे बितानी,
तुझने दिखाई मुझे T-20, हाय,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक,
आँख झपक झपक, जाए |

Wednesday, September 29, 2010

Video Songs

Song:    Sajni
Album: Boond(A drop of JAL)
Artist:   Jal the Band

Must watch this



Song : Hona tha pyar
Movie : Bol
Singer : Atif Aslam

MUST WATCH THIS

कामदेव संहार

एक दिन जब शंकर जी तपस्या कर रहे थे तो कामदेव ने उनकी तपस्या में विघ्न डाला.शंकर जी गुस्सा गए और अपनी तीसरी आँख खोलकर गाने लगे-
(Based on song-"kaho na kaho")

कहें ना कहें,ये आँखे बोलती हैं,
हो भसम हो भसम,हो जाओ भसम,
लबों पे नाम मेरे बस तुम्हारा है और बाकी राक्षसों का तू सहारा है,
बादलों में तुझे उड़ा दूंगा,
हमेशा के लिए सुला दूंगा,
तेरे लिए जेल जाना मंजूर,आते जाते जेलर की डांट खाना मंजूर.
बादलों में तुझे उड़ा दूंगा,
हमेशा के लिए सुला दूंगा,
तेरे लिए जेल जाना मंजूर,आते जाते जेलर की डांट खाना मंजूर.

और यह कहकर शंकर जी ने कामदेव को भस्म कर दिया.